एचआईवी की मूल बातें

चिकित्सकीय परामर्श होने का डर असामान्य नहीं है। नीचे दिए गए विभिन्न विषयों पर बटन दबाकर, एचआईवी एवं इसके परीक्षण के बारे में पढ़े और खुद को तैयार करें।

एचआईवी मानव रोगक्षम-अपर्याप्तता विषाणु / वायरस है। यह एक वायरस है जो व्यक्ति की कोशिकाओं में घुस जाता है। एचआईवी प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करता है, विशेष रूप से टी-कोशिका या सीडी 4 कोशिकाएँ, जो किसी भी संक्रमण से लड़ती हैं। सीधे शब्दों में कहें तो, यह वायरस टी-कोशिकाओं को नष्ट कर देता है, इसलिए एचआईवी संक्रमित व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली बीमारियों और संक्रमणों से लड़ने में सक्षम नहीं रहती।
एड्स का मतलब अक्वायर्ड इम्यून डेफिशियेंसी सिन्ड्रोम है। एड्स, एचआईवी के कारण होता है और यह संक्रमण का अंतिम चरण है। एक व्यक्ति किसी भी लक्षण का अनुभव किए बिना भी अपने सिस्टम में मानव रोगक्षम-अपर्याप्तता विषाणु के साथ कई वर्षों तक ज़िंदा रह सकता है। जब शरीर के टी-कोशिकाओं की संक्रमण और बीमारी से लड़ने की क्षमता क्षतिग्रस्त हो जाती है, तो यह स्थिति एड्स की ओर अग्रसर होती है।

एचआईवी के लिए कोई इलाज या टीका नहीं है। हालाँकि, एचआईवी उपचार योग्य है तथा इसकी रोकथाम संभव है।

यहां बताया गया है कि आप संक्रमण के जोखिम को कैसे कम कर सकते हैं:

निरोध / कंडोम का उपयोग करें: यदि आपका यौन जीवन सक्रिय है, तो हमेशा योनि और गुदा संभोग के दौरान निरोध का उपयोग करें। एचआईवी संचरण को रोकने में निरोध अत्यधिक प्रभावी हैं।

साफ सुइयों का उपयोग करें: यदि आप कोई दवा सुई के माध्यम से ग्रहण करते हैं, तो नई एवं विसंक्रमित सुई का उपयोग करें।

यौन इतिहास पर चर्चा करें: अपने साथी या साझेदारों की एचआईवी अवस्था के बारे में जानकर आप संचरण को रोकने के लिए बेहतर कदम उठा पाएंगे, उदाहरण निरोध का उपयोग I अमेरिका में कुल एचआईवी संक्रमित जनसँख्या का लगभग 25% संक्रमित लोग अपनी एचआईवी संक्रमित स्थिति से अनजान हैं ।

नशा रहित सम्भोग करें: यदि आप शराब या किसी नशीले पदार्थ के प्रभाव में यौन सम्बन्ध स्थापित करते हैं तो आपके सुरक्षित संभोग करने तथा कंडोम का उपयोग करने की संभावना कम होती है। यदि आपको इसकी अत्यंत तलब है तो इस सम्बन्ध में चिकित्सकीय परामर्श लें।

अन्य यौन रोगों की जाँच करवाएं: क्लैमाइडिया, प्रमेह या उपदंश जैसे यौन संचारित रोग (एसटीडी) होने से एचआईवी संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। कई यौन रोगों में स्पष्ट लक्षण नहीं होते हैं। अपने इलाके में निःशुल्क जाँच करवाएं।

परहेज करे या कम भागीदार रखें: यौन साथी कम होने से एचआईवी या अन्य यौन रोगों के जोखिम में कमी आएगी।

एचआईवी निम्न प्रकार के शारीरिक तरल पदार्थों के माध्यम से प्रेषित होता है:

  • रक्त
  • धातु या पूर्व-वीर्य संबंधी तरल पदार्थ (प्री-कम):
  • वीर्य
  • स्तन का दूध
  • योनि के तरल पदार्थ
  • गुदा श्लेष

जब आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाते हैं जो एचआईवी पॉजिटिव है (एचआईवी से संक्रमित) तो वायरस आपकी योनि, गुदा, लिंग या विरले मुँह के माध्यम से आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है। दाद और उपदंश जैसे यौन संचारित रोगों (एसटीडी) के कारण होने वाले खुले घाव, एचआईवी का आपके शरीर में प्रवेश करना आसान बना सकते हैं।

यदि आप सुई के माध्यम से मादक द्रव्यों का सेवन करते हैं और आपकी संक्रमित रक्त की बूँदें साझा की गई सुई के माध्यम से किसी और की रक्त की बूँदों से मिलती है, तो एचआईवी का संक्रमण उस व्यक्ति को भी हो सकता है। जब महिला गर्भवती हो या स्तनपान के माध्यम से एचआईवी माँ से बच्चे में अंतरण हो सकता है। कुछ दुर्लभ मामलों में देखा गया है की, स्वास्थ्य कार्यकर्ता संक्रमित व्यक्ति के शारीरिक तरल पदार्थों के संपर्क में आने से संक्रमित हो गए। उन्नत एवं प्रभावी जाँच ने रक्त संक्रमण या अंग दान के माध्यम से होने वाले एचआईवी संक्रमण को अत्यंत दुर्लभ बना दिया है।

एचआईवी निम्न शारीरिक माध्यमों से प्रसारित नहीं होता है:

  • लार
  • उलटी
  • मल
  • मूत्र
  • नाक का तरल पदार्थ
  • आँसू
  • पसीना

एचआईवी संक्रमण के चरण के आधार पर लक्षण भिन्न हो सकते हैं। कई लोग बीमार महसूस नहीं करते हैं।

एचआईवी वाले कई लोग बीमारी के अगले चरणों तक किसी भी लक्षण का अनुभव नहीं करते हैं। वास्तव में, वायरस आपके शरीर में 10 सालों तक या उससे अधिक बिना किसी स्पष्ट लक्षण के रह सकता है। अत्यधिक थकान, दस्त, मतली, उल्टी, बुखार और शारीरिक अपक्षय जैसे कुछ ऐसे लक्षण तब सामने आते हैं जब यह बीमारी एड्स की ओर बढ़ चुकी होती है। ये लक्षण अक्सर अवसरवादी संक्रमण के कारण होते हैं जिन से कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली लड़ने में असमर्थ रहती हैं।

संक्रमण के बाद पहले 14 से 30 दिनों में – जब वायरस का उच्च स्तर किसी व्यक्ति की प्रणाली में होता है और वह सबसे अधिक संक्रामक होता है (अथवा दूसरों को वायरस को अंतरण में सक्षम होता है) तब कई लोगों को गंभीर संक्रामक ज़ुकाम जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता हैं। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ज़रूरी नहीं की हर संक्रमित व्यक्ति इसका अनुभव करे ।

एचआईवी अब एक “मौत की सज़ा” नहीं है। एचआईवी संक्रमण एक गंभीर बीमारी अवश्य है किन्तु, एचआईवी उपचार योग्य है तथा इसकी रोकथाम संभव है। एचआईवी और एड्स संक्रमित कई लोग लम्बा, स्वस्थ, और एक कार्यकुशल जीवन जीते हैं। 1995 के बाद से, कुछ इलाज प्राप्त हुए हैं जो एंटीरेट्रोवायरल इलाज के रूप में जाने जाते हैं और इस बीमारी का प्रभावी ढंग से प्रतिरोध करते हैं। इसका उपचार इतना प्रभावी है कि कुछ लोग जो नियमित रूप से और लगातार अपनी दवाएँ लेते हैं, उनके शरीर में एचआईवी वायरस का पता लगाने योग्य स्तर भी नहीं होता है। यदि आप एचआईवी पॉजिटिव हैं, तो हताशा नहीं आशा है और आपकी इस यात्रा में हम सदैव आपकी सहायता के लिये आपके साथ हैं ।